मंगलवार रात पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक निर्णय लिया, जो सबको हैरान कर दिया। मायावती ने एक ट्वीट कर बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया गया है। मायावती ने लोकसभा चुनाव के दौरान यह कदम उठाया। यह भी ऐसे समय है जब लोकसभा चुनाव के चार चरण शेष हैं।
मायावती का फैसला
बसपा की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का फैसला एक रात में हर किसी को चौंका दिया। मायावती ने अपने ट्वीट के माध्यम से घोषणा की कि पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और उनके भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया गया है। यह फैसला लोकसभा चुनाव के बीच आया।
आकाश आनंद के भाषण
आकाश आनंद, जिन्हें बसपा में नंबर दो के नेता माना जाता था, 2017 में राजनीति में धूम मचा चुके थे। उनके भाषणों से पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हो रहा था, लेकिन पार्टी नेतृत्व को उनसे चिंता थी। इसके बाद उन्हें चुनाव प्रचार से हटा दिया गया।
आकाश का राजनीतिक सफर
आकाश आनंद बसपा की अध्यक्ष मायावती के भाई आनंद के लड़के हैं। उन्होंने 2019 में बसपा का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनकर कार्य किया था। उनके भाषणों में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा जाता था।
मायावती की खेल
आकाश आनंद को हटाने का मायावती का फैसला राजनीतिक विश्लेषकों के बीच अनेक प्रश्न उत्पन्न कर रहा है। इससे बसपा के युवा समर्थकों में निराशा का माहौल है। यह फैसला बसपा के लिए चुनावी परिणामों पर भी प्रभाव डाल सकता है।
इस सबके बीच, आकाश आनंद का राजनीतिक सफर संघर्षपूर्ण है। उनकी भाषा और उनके कदमों से अधिक बिगड़ते जा रहे हैं। क्या भविष्य में उन्हें राजनीतिक मंच पर फिर से देखा जाएगा, यह वक्त ही बताएगा।
यह भी पढ़ें:
रामगोपाल यादव के बयान पर अखिलेश यादव ने दी सफाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपा-कांग्रेस पर हमला
सीतापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनसंबोधन: राम के नाम पर विकास, आतंकियों को मौका नहीं
लोकसभा चुनाव मध्य प्रदेश: मतदान की ताजा स्थिति
मैनपुरी लोकसभा 2024: भाजपा नेताओं की गाड़ियों पर हमले
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट bavaalnews.com के साथ। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।